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Ek maa ki dard bhari kahani | एक माँ की दर्द भरि कहनी | Top-Hindi-Kahani

Ek maa ki dard bhari kahani | एक माँ की दर्द भरि कहनी | Top-Hindi-Kahani

Ek maa ki dard bhari kahani | इक माँ की दर्द भरि कहनी | Top-Hindi-Kahani

Best maa bete ki kahani, latest maa beta story

हेलो दोस्तों कैसे है आप सब ? आशा करता हु आप सब अच्छे होंगे | आज में आप सब के लिए Ek maa ki dard bhari kahani | इक माँ की दर्द भरि कहनी लेके आया हु वो भी आपके अपने Top-Hindi-Kahani पर।  

तो चलिए दोस्तों शुरू करते है हम अपनी Kahani Best maa bete ki kahani, latest maa beta story. दोसतो ये कहनी आपको माँ के प्यार के अहसास करा देगी। जोकि हमारी Best hindi khaniya है। 

एक बार की बात है एक गाऊँ में एक माँ जो की विधवा थी और उसका बेटा रहा करता था उस लड़के का पिताजी का उसके शिशु उम्र में ही दिहांत हो गया था। जिस वजा से वो और उसकी माँ का इस दुनिया में कोई नहीं था। उसकी माँ एक आँख से अंधी थी। जिस वजा से उसके दोस्त उसको काड़ी का लड़का - एक आँख वाली का लड़का बोलके बुलाते थे। यह सुन सुन के वो अपनी माँ से ही नफरत करने लगता है। 

दोस्तों इस जीवन में आप किसी से भी बैर करना परंतु अपनी माँ से  कभी बैर ना करना। यह है एक Maa bete ki kahani

वह लड़का गुस्से के आगोश में आके अपना घर गाऊँ और माँ को छोड़ के कही दूर चला जाता है। वह लड़का बहोत मेहनत करता है और उस सहर का सबसे बड़ा आदमी सबसे अमीर बन जाता है। उसकी कामयाबी को देख उसके जीवन पर बोहोत सारे न्यूज़ पेपर में उसका इंटरव्यू  छपता है। और किसी तरीके से वो न्यूज़ पेपर उसकी माँ को मिल जाता है। "इस कहानी में आपको Maa ka pyar दिखेगा "

दोस्तों बोलते है ना हमारा हमारी माँ के साथ एक अनोखा रिश्ता होता है। हम चाहे अपने मुख पर गोबर लगा के भी चले जाये वो हमको पहचान ही लेती है।  इसी तरीके से हम भी अपनी माँ को पहचान ही लेते है।

न्यूज़ पेपर का छोटा सा टुकड़ा लेके वो माँ किसी प्रकार पूछते-पाछते हुए अपने बेटे के घर तक पहोचती है। और वह अपने बेटे को जोर-जोर से चिलाके बुलाती है "बेटा-बेटा-बेटा-बेटा" इतने में उस घर के चौकीदार आके चिलाते हुए बोलते है ऐ बुढ़िया क्या है क्यों चीला रही है।  मेरा बेटा रहता है यहाँ - वो माँ बोलती है। 

इतने में उसका बेटा अपनी माँ को देख पहेचान लेता है और वह अपनी माँ को दिल से अपनाने को भागता है। पर फिर वह समाज के डर से रुक जाता है की अगर लोगो को पता चलेगा की ये बुढ़िया मेरी माँ है तो मेरी कंपनी के शेयर गिर जायेंगे समाज में बदनामी होगी यह सब सोच के वह अपने पैर मोड़ के वापस घर के अंदर चला जाता है। 

इतने में उसके घर के चौकीदार उसकी माँ को धका मार के उसको घर से बहार निकाल देते है। उसकी माँ चिलाती है रोती है। पर उस धुक्यारी माँ की आवाज उसके बेटे के कान तक तो पोहचती है पर दिल तक नहीं जा पाती क्युकी बिच में समाज की दिवार आजाती है।

फिर वह बेटा काम के लिए अपने ऑफिस जाने को निकलता है उसकी माँ उसका वही इंतज़ार कर रही होती है। अपने बेटे को प्यार से पुकारती है पर वह सब कुछ अनसुना कर अपनी गाड़ी में बैठ निकल जाता है। 

आज ऑफिस में बैठ उसको अपना बचपन याद आता है की कैसे उसकी माँ लोगो के घर काम करती थी। लोगो के गंदे बर्तन मांजती थी। लोग उसपर गन्दी नजरे डालते थे पर सब कुछ भुला के वो काम किया करती थी ताकि उसके बेटे का पेट भर सके। 

यह सब सोच वो तुरंत उठ खड़ा होता है। और अपनी माँ को अपनाने को भागता है। वह अपनी माँ को ढूढ़ने के लिए वहा जाता है जहा वह पहले रहा करते थे। पर वहा बोहोत ऊंची-ऊंची इमारते मौजूद होती है। वह वहा किसी से पूछता है की यहाँ जो बस्तिया थी वह कहा गयी तो किसी के द्वारा उसको उन बस्तियों का पता चलता है।

वहा पहोच के उसको बोहोत भीड़ मिलती है।  पूछता है की यहाँ इतनी भीड़ क्यों है ? तो किसी  ने उसको बताया की यहाँ जो बूढी माताजी रहा करती थी उनका अभी-अभी सवर्गवाश  हो गया है। यह सुन उसके आखो में आशु आने लगते है। वह रोता हुआ अंदर जाता है और चिलता है। ( माँ लोट आओ। Please mom come back) पर दोस्तों बोलते है ना समय से जायदा बलवान कोई नहीं। 

Best maa bete ki kahani, latest maa beta story

रोते हुए उसकी नजर उसकी माँ की बंद मुठी में एक कागज के टुकड़े पर पड़ती है। वह उस कागज को निकाल के पड़ना शुरू करता है। और दोस्तों यकीन मानिये उस कागज में कुछ ऐसा उसकी माँ ने उसके बेटे के लिए लिखा था जिसको पड़ वहे अपने आप पर अफ़सोस करने लगता है। 

उस कागज में लिखा था। 

"बेटा मुझे ख़ुशी है की तू आज बोहोत कामयाब इंशान हो चूका है। तेरे पास अब किसी भी तरह की कमी नहीं है। और मुझे पता था की तू मेरे पास आएगा पर बेटा तूने आने में थोड़ी सी देर कर दी।  तेरे पिताजी के जाने के बाद तू ही तो मेरा एक मात्र जीने का सहारा था। पर तू किसी भी तरह का अपने दिल में मलाल मत रखियो। 

तेरी ये माँ तो उसी दिन मर गयी थी जिस दिन तू मुझे छोड़ के चला गया था। बस आज तो ये शरीर ने आत्मा छोड़ी है। पर मेने भी भगवन से लड़ाई कर ली थी की जिस दिन तुझे कामयाब ना देख लू तब तक मुझे इस दुनिया से ना उठाये। और देख भगवन ने भी मेरी सुन ली तुझे आज कामयाब देख लिया तो भगवन ने मुझे अपने पास बुला लिया। 

बेटा तू किसी भी तरह का अफ़सोस मत रखना और अगर तेरी माँ से कभी कोई गलती हुई हो तो मुझे माफ कर देना तुझे तेरी ये बूढी माँ की आत्मा भी दुआए देगी।

पर में जाते हुए अपने मन पर कोई भोज लेके नहीं जाना जाती।  तुझे इस बात का बुरा लगता था ना की तेरी माँ की एक आँख नहीं है - तेरी माँ एक आँख से काड़ी है। पर बेटा तेरी माँ  बचपन से अंधी नहीं थी। एक बार बचपन में फुटबॉल खेलते हुए तेरी एक आँख बॉल लगने से चली गयी थी। तब तेरी इस माँ ने तुझे अपनी ये एक आँख दी थी जिससे आज तू ये पूरी दुनिया देख सकता है। "

आशा करता हु की आपको यह Maa beta story पसंद आई होगी। Best Hindi Kahaniya पड़ने के लिए आपका  Top Hindi Kahani में सुआगत है। 

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